Wednesday, 9 November 2016

रुद्राक्ष की पहचान | Asli Rudraksha ki Pehchan



रुद्राक्ष एक अमूल्य मोती है जिसे धारण करके या जिसका उपयोग करके व्यक्ति अमोघ फलों को प्राप्त करता है. भगवान शिव का स्वरूप रुद्राक्ष जीवन को सार्थक कर देता है इसे अपनाकर सभी कल्याणमय जीवन को प्राप्त करते हैं.रुद्राक्ष की अनेक प्रजातियां तथा विभिन्न प्रकार उपल्बध हैं, परंतु रुद्राक्ष की सही पहचान कर पाना एक कठिन कार्य है.
आजकल बाजार में सभी असली रुद्राक्ष को उपल्बध कराने की बात कहते हैं किंतु इस कथन में कितनी सच्चाई है इस बात का अंदाजा लगा पाना एक मुश्किल काम है. लालची लोग रुद्राक्ष पर अनेक धारियां बनाकर उन्हें बारह मुखी या इक्कीस मुखी रुद्राक्ष कहकर बेच देते हैं.
कभी-कभी दो रुद्राक्ष को जोड़कर एक रुद्राक्ष जैसे गौरी शंकर या त्रिजुटी रुद्राक्ष तैयार कर दिए जाता हैं. इसके अतिरिक्त उन्हें भारी करने के लिए उसमें सीसा या पारा भी डाल दिया जाता है, तथा कुछ रुद्राक्षों में हम सर्प, त्रिशुल जैसी आकृतियां भी बना दी जाती हैं.
रुद्राक्ष की पहचान को लेकर अनेक भ्रातियां भी मौजूद हैं. जिनके कारण आम व्यक्ति असल रुद्राक्ष की पहचान उचित प्रकार से नहीं कर पाता है एवं स्वयं को असाध्य पाता है. असली रुद्राक्ष का ज्ञान न हो पाना तथा पूजा ध्यान में असली रुद्राक्ष न होना पूजा व उसके प्रभाव को निष्फल करता है. अत: ज़रूरी है कि पूजन के लिए रुद्राक्ष का असली होना चाहिए.
रुद्राक्ष के समान ही एक अन्य फल होता है जिसे भद्राक्ष कहा जाता है, और यह रुद्राक्ष के जैसा हो दिखाई देता है इसलिए कुछ लोग रुद्राक्ष के स्थान पर इसे भी नकली रुद्राक्ष के रुप में बेचते हैं. भद्राक्ष दिखता तो रुद्राक्ष की भांति ही है किंतु इसमें रुद्राक्ष जैसे गुण नहीं होते.
असली रुद्राक्ष की पहचान के कुछ तरीके बताए जाते हैं जो इस प्रकार हैं.
  • रुद्राक्ष की पहचान के लिए रुद्राक्ष को कुछ घंटे के लिए पानी में उबालें यदि रुद्राक्ष का रंग न निकले या उस पर किसी प्रकार का कोई असर न हो, तो वह असली होगा.
  • रुद्राक्ष को काटने पर यदि उसके भीतर उतने ही घेर दिखाई दें जितने की बाहर हैं तो यह असली रुद्राक्ष होगा. यह परीक्षण सही माना जाता है,किंतु इसका नकारात्मक पहलू यह है कि रुद्राक्ष नष्ट हो जाता है.
  • रुद्राक्ष की पहचान के लिए उसे किसी नुकिली वस्तु द्वारा कुरेदें यदि उसमे से रेशा निकले तो समझें की रुद्राक्ष असली है.
  • दो असली रुद्राक्षों की उपरी सतह यानि के पठार समान नहीं होती किंतु नकली रुद्राक्ष के पठार समान होते हैं.
  • एक अन्य उपाय है कि रुद्राक्ष को पानी में डालें अगर यह डूब जाए, तो असली होगा. यदि नहीं डूबता तो नकली लेकिन यह जांच उपयोगी नहीं ं मानी जाती है क्योंकि रुद्राक्ष के डूबने या तैरने की क्षमता उसके घनत्व एवं कच्चे या पके होने पर निर्भर करती है और रुद्राक्ष मेटल या किसी अन्य भारी चीज से भी बना रुद्राक्ष भी पानी में डूब जाता है.
  • एक अन्य उपयोग द्वारा रुद्राक्ष के मनके को तांबे के दो सिक्कों के बीच में रखा जाए, तो थोड़ा सा हिल जाता है
  • क्योंकि रुद्राक्ष में चुंबकत्व होता है जिस की वजह से ऐसा होता है.
  • कहा जाता है कि दोनो अंगुठों के नाखूनों के बीच में रुद्राक्ष को रखें यदि वह घुमता है तो असली होगा अन्यथा नकली परंतु यह तरीका भी सही नही है.
  • एकमुखी रुद्राक्ष को ध्यानपूर्वक देखने पर उस पर त्रिशूल या नेत्र के चिन्ह का आभास होता है. रुद्राक्ष के दानों को तेज धूप में काफी समय तक रखने से अगर रुद्राक्ष पर दरार न आए या वह टूटे नहीं तो असली माने जाते हैं.
  • रुद्राक्ष को खरीदने से पहले कुछ मूलभूत बातों का अवश्य ध्यान रखें  जैसे की  रुद्राक्ष में किडा़ न लगा हो, टूटा-फूटा न हो, पूर्ण गोल न हो,  जो रुद्राक्ष छिद्र करते हुए फट जाए इत्यादि रुद्राक्षों को धारण नहीं करना चाहिए .



 

Monday, 31 October 2016

जानिये क्या संकेत देते हैं सपने –


सपनों में शरीर के अंग देखना का फल-

  • नाक – अधिकार प्राप्त होगा
  • कान – पुत्र-पत्नी से सुख मिलेगा
  • मुंह – संपर्क का दायरा बढ़ेगा
  • चेहरा – साहस एवं पराक्रम में वृद्धि होगी
  • सिर – मान-सम्मान की प्राप्ति होगी
  • सिर के बाल – सौंदर्य एवं शक्ति में वृद्धि होगी
  • मस्तक – रोब एवं मर्तबा बढ़ेगा
  • भौंहें – प्रदिद्धि बढ़ेगी
  • पलकें – व्यवहार में मधुरता आएगी
  • आंखें – भलाई के काम संपन्न होंगे
  • होंठ – धन लाभ होगा
  • जीभ – लड़ाई-झगड़ा होगा
  • दांत – किसी परिजन की मृत्यु होगी
  • ठोड़ी – विशेष व्यक्ति से मित्रता होगी
  • मूंछ – कर्ज का बोझ उतरेगा
  • सीना – मान-सम्मान प्राप्त होगा
  • वक्षस्थल – पुत्रियों का विवाह होना
  • पेट – धन में वृद्धि होगी
  • हाथ – नई योजनाएं बनेंगी
  • उंगलियां – भाई-बहनो से सुख मिलेगा
  • पासलिया – स्त्रियों द्वारा कोई भेद खुल जाएगा
  • दाढ़ी – अधिकार में वृद्धि होगी
  • गला – भलाई के काम होंगे
  • कंठ – व्यवहार कुशलता बढ़ेगी
  • कनपटी – रोजी-रोजगार मिलना
  • जबड़ा – व्यापार में प्रगति होना
  • कंधे – जिम्मेदारियों में वृद्धि होना
  • बाजू – शरीर शक्तिशाली होगा
  • पीठ – मान प्रतिष्ठा बढ़ना
  • कमर – प्रसिद्धि मिलेगी
  • नितम्ब – सौभाग्य की प्राप्ति होगी
  • पैर – दूर निकट की यात्रा होगी
  • एड़ी – ताकत बढ़ेगी
  • पैर के तलुए – सौभाग्य की प्राप्ति होगी
  • पैर की उंगलियां – धन में वृद्धि होगी
  • हथेली – धन- संपत्ति मिलेगी
  • योनि – मुस्किले आसान होगी
  • जांघे – परिवार में वृद्धि होगी
  • पिंडलियाँ – रोजगार मिलेगा
  • घुटना – धन प्राप्त होगा
  • टखना – नए अनुबंध होंगे
  • हाथ का अंगूठा – विशवघात होने का भय
  • पैर का अंगूठा – कहीं की यात्रा होगी

सपनो में धर्म स्थल देखना का फल

  • साधना केंद्र – सुख-शांति प्राप्त होगी
  • गुरुद्वारा – ज्ञान में वृद्धि होगी
  • चर्च – असीम शांति मिलेगी
  • मजार – कष्टों का निवारण होगा
  • मंदिर – शुभ कार्य संपन्न होंगे
  • मस्जिद – परेशानियां दूर होंगी

सपनों में रत्न आदि देखना का फल

  • मूंगा – रोग, कष्ट एवं शत्रु नष्ट होंगे 
  • गोमेद – समस्या की स्थिति में परिवर्तन होगा |
  • लहसुनिया – मान-सम्मान मिलेगा |
  • फिरोजा – व्यापार या रोजगार के अवसर आएँगे |
  • लाजवर्द – यश में वृद्धि होगी |
  • सुलेमानी – मित्रों से मतभेद होगा |
  • माणिक्य – अधिकारों में वृद्धि होगी |
  • मोती – सुख-शांति प्राप्ति होगी |
  • पन्ना – धन लाभ होगा |
  • पुखराज – घर में क्लेश होगा |
  • हिरा – किसी से प्रेम सम्बन्ध बनेंगे |
  • नीलम – उन्नति एवं प्रगति होगी |
  • स्फटिक – धर्म-कर्म में रूचि बढ़ेगी
  • लालड़ी – आकस्मिक रूप से धन प्राप्त होगा |
  • कटैला – स्वास्थ्य कमजोर रहेगा |


  • सपनो में धातुएं देखने का फल
    • पीतल – धन लाभ होना
    • रांगा – परेशानियां बढ़ेगी
    • कांसा – रोग नसथ होंगे
    • पारा – कसथ दूर होंगे
    • स्टील – किसी का भेद खुल जाएगा
    • सोना – पेंसो का संकट बढ़ेगा
    • चांदी – प्यार में दोखा मिलेगा
    • ताम्बा – कोई दुर्घटना होगी
    • लोहा – अचानक विपत्ति आएगी
    • सोना एवं चांदी – आर्थिक परेशानी दूर होगी
    • तम्बा और चांदी – परिजनों से विछोह होगा
    • रांगा एवं कांसा – कोई विपत्ति आएगी
    • त्रिधातु – वहां दुर्घटना होगी
    • पंच धातु – विदेश यात्रा होगी
    • सप्त धातु – स्वास्थ्य में सुधार होगा
    • अष्ट धातु – सफलता की प्राप्ति होगी
  • सपनो में रंगो को देखने का फल

    • सफ़ेद रंग – सुख समृद्धि प्राप्त होगी
    • बैंगनी रंग – वैराग्य के भाव उत्पन्न होंगे
    • लाल रंग – रोग नष्ट होंगे
    • नीला रंग – संघर्ष के बाद विजय प्राप्त होगी
    • पिला रंग – ईष्या,द्वेष समाप्त होंगे
    • हरा रंग – सुख शांति बढ़ेगी
    • काला रंग – अशुभ घटना होगी
    • आसमानी रंग – मन प्रसन्न रहेगा
    • नारंगी रंग – सुखद कार्यकलाप होंगे
    • कत्थई रंग – उदासीनता में वृद्धि होगी
    • गुलाबी रंग – धन प्राप्ति होगी
    • काला एवं सफ़ेद रंग – समस्या से परेशान होंगे
    • लाल एवं हरा रंग – व्यापार में उन्नति होगी
    • हरा एवं काला रंग – धन का नाश होगा
    • लाल एवं नीला रंग – साहस एवं पराक्रम बढ़ेगा
    • हरा एवं नारंगी रंग – धार्मिक स्थल की यात्रा होगी
    • लाल तथा पिला रंग – सौभाग्य प्राप्त होगा

    सपनो में ताश के पत्ते देखना का फल

    • ताश की गड्डी – धन प्राप्त होना
    • ताश खेलना – प्रेम में सफलता मिलेगी
    • ताश की गड्डी फेंकना – व्यापार-व्यवसाह में प्रगति होना
    • ताश बांटना – साझेदारों से लाभ
    • ताश का एक्का – अधिकार प्राप्त होगा
    • ताश की दुक्की – चिंता एवं समस्या बढ़ेगी
    • ताश की तिग्गी – व्यापर में उन्नति होगी
    • ताश का चौका – कष्टों का निवारण होगा
    • ताश का पंजा – विद्या में वृद्धि होगी
    • ताश का छक्का – प्रेम-प्रीति में इजाफा होगा
    • ताश का सत्ता – बनते काम बिगड़ेंगे
    • ताश का अठ्ठा – संघर्ष के बाद विजय प्राप्त होगी
    • ताश का नहला – साहस एवं शकी में वृद्धि होगी
    • ताश का दहला – धन लाभ होगा
    • ताश का गुलाम – किसी की सहायता लें पड़ेगी
    • ताश की बेगम – अधिकार प्राप्त होंगे
    • ताश का बादशाह – मान-सम्मान प्राप्त होगा
    • ताश का जोकर – यात्रा सुखद होगी

    सपनो में धार्मिक ग्रन्थ को देखना का फल

    • कुरआन मजीद – सुख-शांति मिलेगी
    • नक्श-ए-सुलेमानी – शक्ति और इल्म बढ़ेगा
    • बाइबिल – ज्ञान में वृध्दि होगी
    • वेद – वैराग्य जाग्रत होगा
    • रामायण – संघर्ष के बाद बिजयी हासिल होगी
    • श्रीमद भागवद गीता – पाप का नाश होगा
    • गुरु ग्रन्थ साहिब – धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी

    सपनो में खाने पिने की चीजें देखने का फल

    • पानी – पीड़ा में वृद्धि होगी
    • चाय – ऐशो आराम मिलेगा
    • दूध – धन लाभ होगा
    • कॉफी – मान-सम्मान में वृद्धि होगी
    • शरबत – लड़ाई-झगड़ा होगा
    • दही – धन लाभ होगा
    • अंगूर का अर्क – अचानक विपत्ति आएगी
    • खजूर का शिरा – समस्याए बढ़ेंगी
    • फलों का जूस – पुत्र रत्न प्राप्त होंगे

    अन्य स्वप्न फल

    • दरवाज़ा देखना – किसी बडे आदमी से मित्रता होना |
    • दरवाज़ा बंद देखना – परेशानियां आने का संकेत
    • धुंआ देखना – नुक़सान और लड़ाई होना
    • रोटी खाना – पदोन्नति और धन लाभ होना
    • प्रकाश देखना – उच्च्कोटी का साधु हो
    • रुई देखना – स्वस्थ होना
    • खेती देखना – लापरवाह हो, संतान प्राप्ति हो |
    • लाठी देखना – नाम पैदा करे
    • खाई देखना – धन एवं प्रसिद्धि मिले |
    • कैंची देखना – घर में कलह होना
    • कलम देखना – किसी महान व्यक्ति से मुलाकात होना
    • टोपी देखना – दुःख दूर होना, उन्नति प्राप्ति होना |
    • गाय या बैल देखना – लाभ होना
    • घास का मैदान देखना – खूब धन एकत्र करे |
    • घोड़े पर सवार होना – सरदारी या ओहदा मिलना |
    • लोहा देखना – किसी धनि व्यक्ति से लाभ होना
    • लोमड़ी देखना – किसी संबंधी से धोखा मिलना
    • मुर्दे का पुकारना – विपत्ति एवं दुःख की प्राप्ति होना
    • मुर्दे से बात करना – मुराद पूरी होना
    • बाजार देखना – दरिद्रता का दूर होना
    • बड़ी दीवार देखना – सम्मान मिलना
    • दातुन करना – पाप का प्रायश्चित हो, सुख हो
    • धरती पर बिस्तर लगाना – दीर्घायु होना
    • ऊँची जगह पर चढ़ना – पदोन्नति एवं प्रसिद्धि मिलना
    • बिल्ली या बन्दर का काटना – रोग एवं अर्थ संकट का आना
    • नदी का पानी पीना – राज्य से लाभ होना
    • सफ़ेद फूल देखना –  दुःख से छुटकार मिलना
    • लाल फूल देखना – पुत्र से सुख एवं भाग्योदय होना
    • तलवार देखना – युद्ध में विजयी होना
    • सिंहासन देखना – बहुत सुख मिलना
    • जंगल देखना – दुःख दूर हो, व्यय होना
    • अर्थी देखना – रोग मुक्त, आयु वृद्धि होना
    • चांदी देखना – धन एवं अहंकार वृद्धि होना
    • दिया जलते देखना – आयु वृद्धि होना
    • पत्र पढ़ना – शुभ समाचार मिलना, परिश्रम बढे
    • सुगंध लगाना – विद्वान एवं पंडित हो
    • अनार पाना – धन एवं संतान प्राप्त होना
    • आकाश देखना – ऐश्वर्य-वृद्धि, पुत्र लाभ
    • कुवें का पानी देखना – विविध लाभ होना
    • रत्न या नगीना देखना – दुःख भय, व्यय होना
    • धुप देखना – पदोन्नति एवं लाभ होना
    • अग्नि उठाना – अवैध धन प्राप्ति, अवैध व्यय होना
    • आग जलाकर पकड़ना – कष्ट का सामना होना, व्यर्थ व्यव होना
    • आकाश में बादल देखना – राज्य से लाभ हो
    • बादल पूर्ण आकाश देखना – विपत्ति, दुःख एवं परेशानी होना
    • आंधी और बिजली गिरना – मुसीबत में फसना
    • सुखा अन्न खाना – विविध कष्ट, व्यर्थ परेशानी हो
    • ऊंट देखना – अपार धन प्राप्त होना
    • वर्षा अपने घर पर देखना – घर में कलह और रोग बढ़ना
    • सुख बाग़ देखना – विपत्ति में फसना
    • सर के बाल कटे देखना – ऋणमुक्त होना, स्त्री को पुत्र होना
    • बाल देखना – धन लाभ हो